बीबीसी के अनुसार निवासियों का कहना है कि उनके स्वच्छ हवा के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है और यह पहली बार है जब देश के व्यक्तियों ने मानवाधिकार कानून का हवाला देते हुए इस तरह की कार्रवाई की है। जर्मनी का वायु प्रदूषण स्तर देश के अपने कानून के अनुरूप है, लेकिन दावेदारों का कहना है कि कानून में बदलाव होना चाहिए।