पौधों, मिट्टी और सुरक्षात्मक आस्तीनों को हेलीकॉप्टर द्वारा ले जाया गया।

इस पहल ने GNR माउंटेन ग्रुप के अधिकारियों और कई दर्जन स्वयंसेवकों को भी एक साथ लाया।